सावन में करें ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन, जानें मंदिर से जुड़ी मान्यताएं
Ranjana Kahar
Jul 06, 2024
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओम आकार के द्वीप पर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर का विशेष महत्व है.
इंदौर से लगभग 80 किमी दूर
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के इंदौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के तट पर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है. पहाड़ी के चारों ओर नर्मदा नदी बहती है.
श्रद्धालुओं की भीड़
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. मंदिर में प्रतिदिन भक्तों का तांता लगा रहता है.
12 ज्योतिर्लिंग में शामिल
ओंकारेश्वर का पवित्र ज्योतिर्लिंग भी 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल है. यही कारण है कि भक्त दूर-दूर से महादेव के दर्शन के लिए आते हैं.
तीन पहर की आरती
ओंकारेश्वर में तीन पुरियाँ हैं, शिवपुरी, विष्णुपुरी और ब्रह्मपुरी. इन्हीं के कारण यहां तीन पहर की आरती का नियम है.
धार्मिक मान्यता
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में धार्मिक मान्यता है कि बाबा भोलेनाथ रात में यहां शयन करने आते हैं.
चौसर
ऐसा कहा जाता है कि यह पृथ्वी पर एकमात्र मंदिर है जहां शिव और पार्वती हर दिन चौसर खेलते हैं.
सावन में भक्तों की भीड़
सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए बहुत पवित्र माना जाता है, मान्यता है कि सावन में ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.