अधिकमास में किए गये उपाय पूरे जीवन में खुशियां भर देते हैं.
ये उपाय हमारे पूराने पुराणों और शास्त्रो में लिखे हैं.
शिव महापुराण और स्ंकद पुराण में लिखे उपाय आपकी मदद कर सकते हैं.
तीन साल में एक बार आने वाले अधिकमास में इन उपायों की विशेष लाभ होता है.
फिलहाल 18 जुलाई से शुरू हुए अधिकमास 16 अगस्त तक चल रहे हैं.
9 अगस्त सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर अधिकमास की नवमी तिथि है. इस दिन किए गए ये उपाय चार गुना फल देने वाले हैं.
इन उपायों से घर में लंबे वक्त से बीमार जातक को स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है.
आटे का दीपक लें और उसमें 4 रूई की बत्ती लगाकर तिल के तेल से जला दें.
अब बीमार जातक के ऊपर से शाम को 6-6.30 बजे के बीच मुख्य चौखट पर बैठा कर 21 बार दीपक से नजर उतारें.
भगवान नरसिंह का ध्यान करते हुए जातक के स्वस्थ होने की कामना करें फिर दीपक को घर की चौखट पर रख दें
हिंदी धर्म में आटे के दीपक को सबसे शुद्ध और पवित्र बताया गया है.
किसी साधना या सिद्धि के लिए आटे का ही दीपक जलाया जाता है.
भगवान के आगे आटे का दीपक जलाने से हर मनोकामना पूरी होती है.