मशहूर है..

ये गांव झरना, ट्रेक, लिविंग रूट ब्रिज, डॉकी नदी के लिए मशहूर है.

Tarun Chaturevedi
Aug 21, 2023

प्राकृतिक सुंदरता

यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है, इस गांव में कई रंग- बिरंगें फूलों के गार्डन भी हैं जो यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.

ये चलन है यहां..

ये गांव महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश करता है, यहां पर बच्चों को मां का सरनेम मिलता है और पैतृक संपत्ति मां द्वारा घर की सबसे छोटी बेटी को दी जाती है

रूल फॉलो..

यहां के लोगों पेड़ों के लिए खाद बनाने के लिए कचरे को एक गड्ढे में डालकर रखते हैं.

आदर्श गांव

इस गांव के सभी लोग शिक्षित हैं. ये एक आदर्श गांव है.

डस्टबीन इससे बनती है

इस खूबसूरत गांव में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. यहां बांस की बनी हुई डस्टबीन का प्रयोग किया जाता है.

ट्रेकिंग के लिए भी खास

इस गांव में पेड़ों की जड़ों से ब्रिज बनाए गए हैं, इन ब्रिज की खूबसूरती देखते ही बनती है और ये ट्रेकिंग के लिए भी खास हैं.

मिसाल है..

यह गांव पहले से स्वच्छता के मामले में एक मिसाल पेश करता है. इस गांव का नाम मॉलिंनॉन्ग है, और ये मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स में स्थित है.

एशिया का सबसे स्वच्छ गांव है मॉलिंनॉन्ग

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