हिंदू धर्म में सभी देवी देवताओं के लिए भोग, पुष्प और मंत्र अलग अलग होते हैं. ऐसे में दीपक जलाने के नियम भी अलग हैं.
नियमानुसार दीपक जलाकर आप शुभफल की प्राप्ति करते हैं, वरना तो दीपक जलाने का फल नहीं मिलता है.
दीपक जलाने के लिए गाय के दूध से बने घी को सबसे शुद्ध बताता गया है. ये नकारात्मकता को खत्म कर वास्तुदोष से मुक्ति देता है.
घर में गाय के दूध से बने घी का दीपक जलने से वातावरण में शुद्धता रहती है और मां लक्ष्मी को भी ये प्रिय है.
ऐसा घी का दीपक आपको घर के मुख्य द्वार पर शाम को जलाना चाहिए. ये मनोकामना पूरी करता है.
पूजा घर में घी का दीपक हमेशा देवी देवाताओं के दायीं तरफ रखना चाहिए.
घी का दीपक जलाते समय याद रहें की दीपक की बत्ती खड़ी हुई हो.
चमेली के तेल का दीपक जलाने से हनुमान जी खुश होते हैं. इसे मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा पाठ के साथ जलाएं.
सरसों का तेल का दीपक शनिदेव की कृपा दिलाता है और तरक्की की बाधाओं को दूर करता है.
लेकिन याद रहें की सरसों के तेल के दीपक की बत्ती हमेशा लाल रंग के कलावा से बनाएं.
वही तिल के तेल के दीपक में पीली बत्ती का प्रयोग किया जाता है.
महुए के तेल का दीपक पति की लंबी आयु के लिए जलाया जाता है.
राहु केतु की शांति के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाना चाहिए (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)