जय भोलेनाथ

सावन चल रहे हैं और आज सावन का पहला सोमवार है.

Pragati Awasthi
Jul 10, 2023

शिवजी को प्रिय

आज भोलेनाथ पर धतूरे का फूल चढ़ा कर विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है.

धतूरे का फूल

हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पूजा में अगर धतूरे का फूल ना हो तो पूजा स्वीकार भी नहीं होगी

जंगली फूल

धतूरे का फूल जगंली और जहरीला होता है, लेकिन भोलेनाथ को प्रिय हैं.

तीन रंगों वाला

धतूरे के फूल में खुशबू बिल्कुल नहीं होती है. ये सफेद या हल्का बैगंनी या फिर पीले रंग का हो सकता है.

ऐसे करें अर्पित

भोलेनाथ को सावन में धतूरे का फूल तुरंत तोड़ते ही चढ़ा दें, क्योंकि ये जल्दी मुरझा जाता है.

हलाहल

विष पी कर नीलकंठ कहलाए भोलेनाथ को धतूरे का फूल हलाहल के प्रतीक स्वरूप चढ़ता है.

प्रसाद नहीं

धतूरे के फूल को प्रसाद स्वरूप नहीं लिया जाता है, इसको आप अपनी कॉपी किताब के बीच रख सकते हैं.

सावन के उपाय

भोलेनाथ पर चढ़ाए धतूरे के फूल के सूख जाने पर इसे तिजोरी में रखें तो आर्थिक तंगी का नाश होता है.

अगर भयानक सपनों से परेशान हैं तो तकिये के नीचे धतूरे का फोन रखकर सो जाएं, डर दूर होगा.

अगर आप धतूरे के सूखे फूल को पास नहीं रखना चाहते हैं तो इसे पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें.

सावन में भोलेनाथ की सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा के साथ की गई आराधना आपके जीवन को बदल सकती है.

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