गणेशजी को कई नामों से जाना जाता है. जिसमें 12 नाम प्रमुख हैं. सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन
Pragati Awasthi
Sep 19, 2023
नारद पुराण
नारद पुराण में पहली बार गणेश जी के 12 नामों के बारे में बताया गया था. विद्या शुरू करने से पहले और विवाह के समय इन नामों के साथ ही गणपति की आराधना होती है.
गणेश जी का परिवार
गणेश जी के पिता भगवान शंकर है और मां माता पार्वती है. गणेश जी के जन्म की कहानी तो सब जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं. गणेश जी की कितनी पत्नियां और संतान हैं. कितनी बहनें और कितने भाई हैं
कौन है बड़े भाई
गणेश जी के भाई है श्री कार्तिकेय (अय्यप्पा स्वामी है) जिन्हे दक्षिण भारत में बहुत पूजा जाता है.
गणेश जी की बहन
गणेश जी की बहन अशोकसुंदरी, मनसा देवी और ज्योति देवी है. जिसमें ज्योति देवी बड़ी बहन है.
गणेश जी की दो पत्नियां है. रिद्धि और सिद्धि. हालांकि दक्षिण भारत में भगवान गणेश को ब्रह्मचारी माना जाता है.
दो पुत्र एक पुत्री
गजानन के दो पुत्र शुभ और लाभ है और पुत्री संतोषी माता हैं.
प्रिय भोजन
भगवान गणेश का प्रिय भोग मोदक या लड्डू है. इसके अलावा भी कई मिष्ठान जैसे पुरणपोली, नारियल या मोतीचूर का लड्डू गजानन को बेहद प्रिय है.
लाल रंग प्रिय
भगवान गणेश को लाल रंग प्रिय है जो कि सौभाग्य, उत्साह, साहस, उमंग के साथ नए जीवन को दर्शाता है.
भगवान गणेश मूषक पर सवार रहते हैं और परशु और रस्सी इनके अस्त्र हैं.
जल तत्व के आधिपति गणेश भगवान है. इसलिए गणेश उत्सव के बाद गजानन को जल में ही विसर्जित किया जाता है.