5 हजार महिलाएं

शहंशाह अकबर के हरम में 5 हजार महिलाएं थी, हालांकि इससे पहले के दो बादशाहों के समय में ये संख्या 300 और 400 से ज्यादा नहीं थी.

Anamika Mishra
Apr 25, 2023

कैसा था हरम?

मुगलकाल की कई ऐसी बातें हैं, जिसे जानने की उत्सुकता बनी रहती है और उसमें से एक है हरम। कैसा था हरम? तो चलिए आपको बताते हैं मुगल काल के शाही हरम की कहानी.

नो एंट्री फॉर मैन

हरम यानी की शाही महिलाओं के रहने का एक अलग स्थान. जहां पर पुरूषों को जाने की इजाजत नहीं थी

हरम में होती है ज्यादातर महिलाएं

शाही हरम के लिए भी एक प्रशासनिक व्यवस्था थी. इस व्यवस्था के लिए ज्यादातर महिलाएं होती थी.

मनोरंजन

हरम के अंदर नाचने वाली और गाने वाली अनेक महिलाएं होती थी.

किताबें

हरम के अंदर किताबें भी रखी होती थी , जिन्हें पढ़कर बेगम और रानियां आपना दिन काटती थी.

शराब का तलबगार

इस माहौल और सोहबत ने औरतों को भी शराब का तलबगार बना दिया था. तो जाम रानी के लिए भी बनाया गया.

शहंशाहों पर निर्भर थी महिलाओं की स्थिति

महिलाओं की स्थिति ज्यदातर शहंशाहों पर ही निर्भर करती थी. वह ही उनकी स्थिति हरम में तय करते थे, जो उनकी सबसे नजदीक होती थी वहीं हरम की मालकिन हुआ करती थी.

तहखानों में दौलत

हरम के नीचे बने तहखानों में ही मुग़ल अपनी दौलत छिपाकर रखते थे। लेकिन, उनकी असली दौलत तो इन तहखानों के ऊपर कमरों में भी थी

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