धैर्य रखकर चेहरे पर मुस्कान के साथ झेलने पड़ते हैं लोगों के कमेंट्स
चीयरलीडर्स बनने के लिए हजारों लड़कियों का ट्रायल लिया जाता है. इसके बाद सिलेक्शन होता है.
सबसे पहले बता दें कि चीयरलीडर्स बनना कोई आसान काम नहीं है.
जब भी कोई खिलाड़ी चौका या 'छक्का' मारता है तो ये चीयरलीडर्स उनका उत्साहवर्धन करते नजर आती हैं.
हर एक टीम की अलग-अलग चीयरलीडर्स होती हैं.
चीयरलीडर्स मैदान में लोगों का मनोरंजन करती नजर आती हैं.