जैसलमेर की बदनाम हवेली, जिसके पास गुजरने से भी डरती हैं औरतें

Sneha Aggarwal
Aug 28, 2024

बदनाम हवेली

बदनाम हवेली नाम से जानी जाने वाली यह हवेली सालम सिंह की है.

निर्माण

यह हवेली पीले पत्थर से बनी है, जिसको दीवान जैसलमेर के दीवान सालम सिंह ने साल 1815 में अपने रहने के बनवाई थी.

स्थल

वर्तमान में यह हवेली एक संग्रहालय के रूप में मौजूद है. यह एक प्रमुख पर्यटक स्थल है.

जुल्म

सालम सिंह की हवेली की दीवारें उसके द्वारा किए गए क्रूर एवं निर्दयी जुल्मों की ज़िंदगी की वास्तविकता को दर्शाती है.

राज

कहते हैं कि हकीकत में सालम सिंह एक भ्रष्ट, क्रूर, निर्दयी और शातिर दीवान हुआ करता था. वह जैसलमेर के किले पर राज करना चाहता था.

निर्दय और क्रूर

सालम सिंह इतना निर्दय और क्रूर इसलिए था क्योंकि बचपन में सालम के पिता सवरूप सिंह की उसके सामने गर्दन धड़ से अलग कर दी गई थी.

राज

उनके आंखों के सामने उनके पिता की हत्या होते हुए देखने के बाद से सालम सिंह ने बदले की भावना के साथ यह ठान लिया कि वह एक दिन जैसलमेर के किले पर अपना राज करेंगे.

महिला

वहीं, सालम सिंह के जुल्म इतने बढ़ गए कि महिला उसके हवेली के आस-पास से गुजर नहीं सकती थी.

कुकर्म

सालम सिंह की जुल्मों का सबसे पुख्ता सबूत और कुकर्म के दृश्य कुलधरा गांव से जुड़ा है.

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