जन्माष्टमी का पर्व देशभर में हर्षोल्लास से मनाया जाता है.

Zee Rajasthan Web Team
Aug 26, 2024

इस पूजा में डंठल वाले खीरे का विशेष महत्व होता है.

खीरा पूजा की सबसे जरूरी चीजों में एक है.

खीरा के बगैर जन्माष्टमी की पूजा अधूरी मानी जाती है.

मान्यता के मुताबिक खीरा का संबंध श्रीकृष्ण-माता यशोदा से है.

मान्यता के अनुसार डंठल वाले खीरे को गर्भनाल के समान माना गया है.

कृष्ण जन्म के समय खीरे को सिक्के से काटकर डंठल से अलग कर दिया जाता है.

ऐसे करने के पीछे मान्यता है कि, जन्म के बाद देविकी से कृष्ण का अलग होना.

खीरे से कृष्ण के जन्म की प्रथा कई दशकों से निभाई जा रही है.

वहीं कई और तरह की प्रथाएं भी निभाई जाती हैं.

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