राजस्थान के सीकर की खाटू नगरी में बाबा श्याम का भव्य मंदिर स्थित है.
नाम
खाटू श्याम बाबा को शीश का दानी कहा जाता है.
क्यों?
लेकिन क्या आपको पता है बाबा श्याम ने शीश का दान दिया क्यों था.
शीश दान
बाबा श्याम यानी बर्बरीक ने भगवान श्रीकृष्ण के कहते ही अपना शीश उनको दान में दे दिया था.
महाभारत
कहानियों के अनुसार, बर्बरीक की कथाएं महाभारत काल से जुड़ी हुई हैं.
वचन
कहते हैं कि जब बर्बरीक महाभारत का युद्ध देखने जा रहे थे तो वह अपनी मां को वचन देकर गए थे कि रास्ते में उनसे कोई भी कुछ मांगेगा तो वह उसे तुरंत दे देंगे.
तलवार
इसी के चलते भगवान श्रीकृष्ण के कहते ही बर्बरीक ने तलवार निकाली और अपनी शीश दान में दे दिया.
नदी
बर्बरीक का शीश महाभारत का युद्ध खत्म होने के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने नदी में बहा दिया था.
चुलकाना धाम
खाटू श्याम बाबा का एक मंदिर चुलकाना धाम है. कहते हैं कि यहां बाबा के शरीर की पूजा होती है.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.