ये दुल्हन एक रात के बाद ही हो जाती है विधवा

Sneha Aggarwal
Aug 13, 2024

ट्रांसजेंडर फेस्टिवल

तमिलनाडु में एक कूवागम नाम का गांव हैं, जहां ट्रांसजेंडर फेस्टिवल मनाया जाता है.

महाभारत

इस फेस्टिवल में किन्नर हर रात को अर्जुन के पुत्र अरावन की पूजा करती हैं, इसका जिक्र महाभारत में किया गया है.

माता काली

महाभारत के मुताबिक, पांडवों को कुरुक्षेत्र का युद्ध जीतने के लिए माता काली को अपने प्राण देने पड़ते.

भगवान अरावन

वहीं, पांडव अर्जुन के बेटे भगवान अरावन ने युद्ध में जीतने के लिए अपने प्राणों देने की बात कहीं.

इच्छा

लेकिन उन्होंने मरने से पहले अपनी इच्छा रखी, कि मैं मरने से पहले शादी करना चाहता हूं.

मोहनी

वहीं, विवाह के लिए कोई महिला तैयार नहीं हुई, इसलिए भगवान कृष्ण ने मोहनी का रुप लिया और भगवान अरावन से शादी की.

प्राण

शादी के अगले दिन ही भगवान अरावन ने अपने प्राण त्याग दिए. इसके चलते ही सभी ट्रांसजेंडर यह त्यौहार 18 दिन मनाते हैं.

17वें दिन

इस फेस्टिवल के आखिरी दिन सभी किन्नर अरावन से एक रात के लिए विवाह करते हैं. 17वें दिन सभी ट्रांसजेंडर महिलाएं दुल्हन बनती है.

विधवा

इसके बाद शादी के अगले ही दिन सभी किन्नर विधवा को रुप लेती है और मातम मनाती हैं.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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