राजस्थान की महिलाओं पैरो में क्यों पहनती हैं चांदी की मोटी पायल?

Sneha Aggarwal
Oct 30, 2024

कहते हैं कि चांदी की पायल पैरों में पहनने से स्वास्थ्य ठीक रहता है.

मेवाड़ के प्रमुख इतिहासकार प्रोफेसर डॉक्टर जे ओझा का कहना है कि गांव के इलाकों में महिलाओं के पैरों में चांदी की मोटी पायल पहनने के पीछे सुंदरता, वैभव प्रदर्शन और अभिरूचि है.

इसके साथ ही आयुर्वेद शास्त्र में भी इसका गहरा राज छुपा है. इसके अनुसार, छेदना ,वेदना और आभूषण धारण कर नस विशेष पर दबाव डालकर स्वस्थ रहने की प्रक्रिया भी होती है.

वहीं, बदलते परिवेश ने शहरी इलाकों में पैरों में चांदी के भारी कड़ों की जगह पायजेब ने ले ली है लेकिन गांव के इलाकों में आज भी महिलाएं पैरों में चांदी के भारी कड़े पहनती हैं.

डॉक्टर जे ओझा का कहना है कि महिलाओं के आभूषण सिर से पैरों की उंगलियों तक आयुर्वेदिक के अनुसार स्वास्थ्य से संबंध रखता है.

राजस्थान की एक कहावत के मुताबिक, आभूषण भूखे इंसान के लिए भोजन की तरह होती है.

चांदी के कड़े पहनने का ज्योतिष महत्व भी बताया जाता है. इसके अनुसार, पुरुषों के दाएं हाथ में और महिलाओं के दोनों पैरों में चांदी पहनने से राहु केतु का दोष नहीं रहता है.

इसके अलावा चांदी पहनने से चंद्रमा और गुरु बलवान होता है.

चांदी पहनने से कमजोर मन की महिलाएं मजबूत होती हैं. साथ ही चांदी शरीर को ठंडाई देती है.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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