आधी दुनिया को नहीं पता ताजमहल का असली नाम, और आपको?
Sandhya Yadav
Oct 03, 2023
सात अजूबे में शामिल
ताजमहल भारत की एक ऐसी इमारत है, जिसे दुनिया के सात अजूबे में शामिल किया जाता है. यह अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में पॉपुलर है.
लाखों लोग करते दीदार
ताजमहल को प्यार की निशानी कहा जाता है और यहां पर हर साल इसके दीदार के लिए लाखों लोग देश-विदेश से आते हैं.
मुमताज की याद में बनवाया मकबरा
बताया जाता है कि ताजमहल शाहजहां की प्रिय बेगम मुमताज की याद में बनाया गया खास मकबरा है, जो कि अपनी खूबसूरती के चलते लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना रहता है.
कब्रें दफ्न
जानकारी के अनुसार, ताजमहल में शाहजहां और बेगम मुमताज की खबरें दफ्न की गई हैं.
असली नाम नहीं पता
यमुना नदी के किनारे बना हुआ सफेद संगमरमर से बना हुआ ताजमहल बेहद ही आकर्षक लगता है लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें आज भी ताजमहल का असली नाम नहीं पता है.
रजा-ए-मुनव्वर
आज हम आपको ताजमहल का पूरा और असली नाम बताएंगे. ताजमहल का पूरा और असली नाम रजा-ए-मुनव्वर है. इसका मतलब होता है कि जगमगाता हुआ मकबरा.
महंगे पत्थरों से बवनाया गया
बताया जाता है कि ताजमहल को बनाने के लिए एशियाई देशों से काफी महंगे पत्थर मंगवाए गए थे.
राजस्थान से भी आया पत्थर
ताजमहल को बनाने में जो सफेद संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है, उसे राजस्थान से भी मंगवाया गया था.
22 साल लग गए
जानकारी के मुताबिक ताजमहल को बनने में करीब 22 साल लग गए थे और इतने लंबे समय में जाकर यह तैयार हुआ था.