राजस्थान में बकरी पालन के लिए सरकार दे रही 5 से 50 लाख तक का लोन, ऐसे उठाएं सुविधा का लाभ

Ansh Raj
Oct 05, 2024

राजस्थान के निवासियों के लिए अच्छी खबर है! यदि आप बकरी पालन का बिजनेस करने की सोच रहे हैं, तो राजस्थान बकरी पालन योजना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है.

इस योजना के तहत, राज्य के छोटे किसान और रोजगार की तलाश में लगे लोग 5 लाख से 50 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं, जिसमें 50 प्रतिशत से लेकर 60 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी

राजस्थान सरकार ने बेरोजगारी कम करने और छोटे किसानों की आय बढ़ाने के लिए बकरी पालन योजना शुरू की है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य में रोजगार और पशुधन को बढ़ावा देना है.

भारत एक कृषि प्रधान देश होने के नाते, यह योजना खेती-बाड़ी के साथ-साथ पशुपालन से आय हासिल करने वाले किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है.

लोन को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, जिससे आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार लोन मिल सकता है. इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसलिए आप जल्द से जल्द आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठाएं.

राजस्थान बकरी पालन योजना में आवेदन करने के लिए, आपको अपने क्षेत्र के नजदीकी पशु चिकित्सा कार्यालय में जाना होगा.

वहां, संबंधित अधिकारी से योजना के सभी पहलुओं पर जानकारी प्राप्त करें और आवेदन पत्र प्राप्त करें.

इसके बाद, आवेदन पत्र को निर्धारित फॉर्मेट में भरकर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ कार्यालय में जमा करें और पावती प्राप्त करें.

इसके बाद, विभाग आपके आवेदन और दस्तावेजों की समीक्षा करेगा और सही पाए जाने पर आपको योजना का लाभ दिया जाएगा. यह प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है, ताकि आप आसानी से योजना का लाभ उठा सकें.

राजस्थान में बकरी पालन के लिए तीन मुख्य नस्लें पाई जाती हैं: सिरोही, मारवाड़ी और जखराना.

सिरोही नस्ल अरावली पर्वत शृंखला के आसपास के इलाकों, सिरोही, अजमेर, नागौर, राजसमंद और टोंक में पाई जाती है.

मारवाड़ी नस्ल जोधपुर, पाली, बीकानेर, बाड़मेर, जालौर और जैसलमेर में पाई जाती है, जो मध्यम आकार की काली बकरी होती है जिसका शरीर बालों से ढका होता है.

जखराना नस्ल अलवर और इसके आसपास के इलाकों में पाई जाती है, जिसका रंग काला होता है और मुंह-कान पर सफेद धब्बे होते हैं. ये नस्लें राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में पाई जाती हैं और बकरी पालन के लिए उपयुक्त हैं.

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