किरोड़ी लाल मीणाना सिर्फ एक राजनेता है बल्कि वो पेशे से चिकित्सक भी हैं.
दमदार नेता
किरोड़ी लाल मीणा को पूर्वी राजस्थान का दमदार नेता माना जाते हैं. उनकी छवि एक संघर्षशील नेता की है.
बाबा
किरोड़ी लाल मीणा को सब "बाबा" के नाम से भी जानते है.
सवाई माधोपुर से प्रत्याशी
इस बार उन्हें राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सवाई माधोपुर से चुनावी मैदान में उतारा है.
मेडिकल के स्टूडेंट रहें
मेडिकल के स्टूडेंट रहें मीणा शुरुआती दिनों में दो वर्ष तक मेडिकल प्रैक्टिस भी कर चुके है.
डॉक्टरी छोड़कर राजनीति में
बाद में वह डॉक्टरी छोड़कर सक्रिय राजनीति में कूद गए. बताया जाता है किरोड़ी का सक्रिय राजनीति में आना 1980 के दशक में हुआ, हालांकि उससे पहले वह संघ से जुड़े हुए थे.
सक्रिय कार्यकर्ता
शुरुआती दिनों की राजनीति में वह भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्त्ता रहे.
वसुंधरा से बैर!
उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत भी दर्ज की मगर 2008 में जब जनता के बीच उनकी राजनीतिक पकड़ शीर्ष पर थी, तब वसुंधरा राजे से उनकी खटास हो गई.
नेशनल्स पीपुल्स पार्टी का हिस्सा
जिसके चलते उन्हें बीजेपी से बाहर जाना पड़ा. इसके बाद वो पीए संगमा की पार्टी नेशनल्स पीपुल्स पार्टी का हिस्सा बन गए.
चार ही सीटें जीत पाए
राजस्थान में हुए 2013 के चुनाव में उन्होंने 150 उम्मीदवार खड़े किए थे. मगर उनमें से केवल चार ही जीत पाए.
2018 में फिर से घर वापसी
10 वर्ष बाद 2018 में उनकी फिर से घर वापसी हुई और उन्होंने फिर से बीजेपी ज्वाइन कर ली.