राजस्थान का वो मंदिर, जिसे कहा जाता है 'दरगाह'

Sneha Aggarwal
Apr 12, 2024

आईमाताजी मंदिर

जोधपुर के बिलाड़ा गांव में आईमाताजी का प्रसिद्ध मंदिर है.

केसर

आईमाताजी के मंदिर से दीपक से काजल की जगह केसर निकलता है. इस केसर को भक्त अपनी आंखों में लगाते हैं.

केसर ज्योति मंदिर

ऐसे में इस मंदिर को केसर ज्योति मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.

मां दुर्गा का अवतार

यहां मां दुर्गा का अवतार श्री आईमाता गुजरात के अंबापुर में आई थी.

उपदेश

कहा जाता है कि यहां आईमाता में भक्तों को 11 गुण और सदैव सन्मार्ग पर चलने के उपदेश दिए थे.

अखंड ज्योति में विलीन

इन उपदेशों के बाद माता रानी ने स्वयं को अखंड ज्योति में विलीन कर दिया था. इसी अखंड ज्योति से केसर निकलता है.

अखण्ड ज्योति

कहते हैं कि इस अखण्ड ज्योति के दर्शन करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं. नवरात्रि के दिनों में मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है.

भारी भीड़

यहां सुबह चार बजे मंगला आरती और सायं सात बजे सांझ आरती होती है, जिस वक्त भारी भीड़ नजर आती है.

कुलदेवी

आई माता सीरवी जाति की कुलदेवी हैं और आईजी रामदेव जी शिष्या थी.

'दरगाह'

आईजी माता नवदुर्गा की अवतार मानी जाती है. भक्त इनके मंदिर को 'दरगाह' कहते हैं.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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