राजस्थान में इनदिनों सूरज आग उगल रहा है, जिससे लोगों को भारी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.
भीषण गर्मी का कारण
पश्चिमी राजस्थान में पिछले 6 दिनों से एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जो भीषण गर्मी का सबसे बड़ा कारण है.
प्री मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, प्री मानसून की बारिश होने से इस भयंकर गर्मी से राहत मिल सकती है.
कैसा रहेगा मौसम?
वर्तमान में मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले हफ्ते में भी एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना रहेगा.
उष्णकटिंबधीय चक्रवात
देश में गर्मी में मानसून से पहले पहले बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उष्णकटिंबधीय चक्रवात बनते हैं.
बारिश
ये उष्णकटिंबधीय चक्रवात तूफानी हवाओं के साथ बारिश लाते हैं, जिससे मौसम बदल जाता है.
चक्रवात
जानकारी के अनुसार, साल 2024 में अभी तक एक भी चक्रवात नहीं आया है.
मानसून
फिलहाल में मानसून मालदीव, श्रीलंका के बॉर्डर और भारत में निकोबर द्वीप तक आ चुका है.
मौसम विभाग जयपुर
मौसम विभाग जयपुर ने कहा कि प्रदेश के मौसम में बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आता है लेकिन मानसून में इसकी कोई संभावना नहीं है. इसके कारण अभी एक हफ्ते भयंकर गर्मी रहने वाली है.