इस उम्र के बाद पैरेंट्स को बच्चों के साथ नहीं सोना चाहिए
Sandhya Yadav
Sep 13, 2023
पैरेंट्स का प्यार
इस दुनिया में बच्चों को उनके पैरेंट्स से ज्यादा कोई भी प्यार नहीं कर सकता है.
बच्चों की चिंता
मां-बाप ही वह इंसान होते हैं, जिन्हें अपने बच्चों की चिंता हर समय सताती रहती है. इसलिए हर कपल अपने बच्चों की बेहद ही केयर करता है.
बच्चों को साथ सुलाते
बच्चे सोते समय सुरक्षित महसूस कर सकें और उनकी नींद ठीक से पूरी हो, इसके लिए कई मां-बाप अपने बच्चों को अपने साथ ही सुलाना पसंद करते हैं.
विकास में बाधा
लेकिन जैसे-जैसे बच्चों की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे बच्चों को अपने साथ सुलाना उनके विकास को रोक सकता है.
मन में सवाल
बढ़ती उम्र के बच्चों के साथ सोने से बच्चों के दिमाग में कई तरह के सवाल आते हैं, जिससे उन्हें शर्मिंदगी भी महसूस करनी पड़ती है.
कब तक सुलाएं साथ
आज हम आपको बताएंगे कि माता-पिता को किस उम्र तक बच्चों को अपने साथ सुलाना चाहिए और फिर कब से उन्हें अलग सोने देना चाहिए.
8 से 9 साल तक
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही बच्चे की उम्र 8 से 9 साल के हो जाएं, पेरेंट्स को अपने साथ सुलाना छोड़ देना चाहिए, फिर वह चाहे लड़की हो या फिर लड़का.
शरीर में कई तरह के परिवर्तन
एक्सपर्ट्स की मानें तो यह वही दौर होता है, जब बच्चों के शरीर में कई तरह के परिवर्तन शुरू हो जाते हैं. ऐसे में वह अपने मां-बाप के साथ सोने में अनकंफर्टेबल महसूस कर सकते हैं.
हार्मोनल चेंजेस
8 से 9 साल के बाद बच्चों के शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजेस देखने को मिलते हैं. इसकी वजह से अगर वह पेरेंट्स के साथ सोते हैं तो उनकी नींद खराब हो सकती है.
माता-पिता के साथ सोने में अजीब
8 से 9 साल की उम्र के बाद बच्चे जब बड़े होने लगते हैं तो हमने माता-पिता के साथ सोने में अजीब लगता है लेकिन वह यह बात कह नहीं पाते हैं.
बच्चों को दें स्पेस
जैसे ही बच्चे की उम्र बढ़ने लगे वैसे ही माता-पिता को चाहिए, वह बच्चे को उसका मी टाइम दें और उसे अलग सुलाएं. इससे उसे कोई दबाव महसूस नहीं होगा.