सावन

राजस्थान में बहुत से ऐसे मंदिर भी है जो सावन के महीने में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहते हैं. राजस्थान के उन्हीं प्रसिद्द शिव मंदिरों की जानकारी लेकर आए हैं जो अपनी विशेषता के लिए जाते जाते हैं. तो आइये जानते हैं, राजस्थान के इन शिव मंदिरों के बारे में.

Anamika Mishra
Jul 02, 2023

घुश्मेश्वर महादेव मंदिर, सवाई माधोपुर

यह भारत के द्वादशों ज्योतिर्लिंग में अंतिम ज्योतिर्लिंग है, यह मंदिर शिवाड़ कस्बे में देवगिरी पर्वत पर बना हुआ है. यह मंदिर नो सौ वर्ष पुराना बताया जाता है. मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयं प्राकट्य बताया जाता है.

अचलेश्वर महादेव मंदिर, धौलपुर

ये मंदिर राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है की यहां स्तिथ शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है. सुबह के समय शिवलिंग का रंग लाल रहता है, दोपहर को केसरिया और शाम में यह सांवला रंग का हो जाता है.

देव सोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर

डूंगरपुर से 24 किमी दूर देवगाँव में स्थित है. सोम नदी के किनारे यह मंदिर है. सफेद पत्थर से बना हुआ है. तीन मंजिला देवालय 150 स्तंभों पर खड़े मंदिर का हर एक स्तंभ कलापूर्ण है.

जालंधर नाथ महादेव मंदिर, जोधपुर

करीब 200 साल पुराना है। नाथ जी के नाम से प्रसिद्ध संत यहां पर बसते थे, जिनके निधन के बाद यहां पर उनकी समाधि बनाई गई. इसके उपरांत शिवालय का निर्माण करवाया गया तो यहां पर आसपास के इलाकों से भी लोग भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने को पहुंचने लगे.

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