इंजन पर मुर्गे

सोशल मीडिया पर अक्सर ही आपने पढ़ा होगा कि एयरप्लेन के इंजन पर मुर्गे फेंके जाते हैं.

Sandhya Yadav
Jun 10, 2023

मजाक नहीं

बहुत सारे लोगों को यह बात मजाक लगती है लेकिन यह सच है. हवाई जहाज के इंजन पर मुर्गे फेंकने के पीछे क्या लॉजिक है, इसके बारे में आज हम आपको बताएंगे.

उड़ने से पहले

जी हां, यह सच है कि हवाई जहाज के उड़ने से पहले उसके इंजन पर मुर्गे फेंके जाते हैं.

पक्षियों से टकराव

जानकारी के मुताबिक, अक्सर पक्षियों का हवाई जहाज से टकराना एक बड़ी समस्या है.

कब होता टकराव

ऐसा कई बार एयरप्लेन के उड़ने के दौरान या फिर उसके उतरने के दौरान होता है.

बड़ी दुर्घटना

ऐसे में पक्षियों के टकराने से एयरप्लेन के इंजन को नुकसान हो सकता है और साथ ही बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है.

नुकसान जांच

इस वजह से इंजन की सेफ्टी के लिए कि पक्षी के टकराने पर कितना नुकसान होगा, यह चेक करने के लिए एयरप्लेन के इंजन पर मुर्गे फेंके जाते हैं.

मरे मुर्गे

बता दें कि नुकसान को जांचने के लिए इंजन पर नकली पक्षी या फिर ज्यादातर मरे हुए मुर्गों को फेंका जाता है.

आसानी से मिल जाते

मरे मुर्गों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि आसानी से मिल जाते हैं और इनका वजन 2 से 4 किलो होता है.

चिकन गन

एयरप्लेन के इंजन पर मुर्गे या फिर नकली पक्षी को फेंकने के लिए चिकन गन का प्रयोग किया जाता है.

एयरप्लेन की स्पीड

अधिकांश यात्री एयरप्लेन की स्पीड 800 से लेकर 900 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है.

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