कपूर जलाने के फायदे

कपूर जलाने से घर की हवा शुद्ध रहती है. इसे जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. इसके धुएं से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है.

पीतल में क्यों जलाएं

पीतल के दीपक में कपूर जलाने से पूजा दोषहीन पूर्ण होती है. उसका फल भी व्यक्ति और उसके परिवार को उसी अनुसार प्राप्त होता है.

किस पात्र में जलाएं

गृहस्थ लोगों की पूजा सात्विक कहलाती है. ऐसे में गृहस्थ लोगों को हमेशा कपूर पीतल के दीपक या बर्तन में ही जलाना चाहिए.

इसमें न जलाएं

शास्त्रों के अनुसार, कपूर को कभी भी मिट्टी के दीपक में नहीं जलाना चाहिए. माना जाता है कि यह तांत्रिक पूजा में शामिल होता है.

कब न जलाएं

कपूर को सुबह की पूजा के दौरान नहीं जलाना चाहिए. सुबह की पूजा के समय केवल घी का दीपक जलाना ही श्रेष्ठ माना गया है.

संध्या में जलाएं

कपूर को संध्या काल की आरती के समय या सायंकाल की पूजा के समय भी जलाया जा सकता है. यह समय भी लाभकारी होता है.

ब्रह्म मुहूर्त में जलाएं

शास्त्रों की जानकारी के अनुसार, कपूर को हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में ही जलाना चाहिए. यह समय सबसे उत्तम और शुभकारी माना जाता है.

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