क्या हैं खाटू श्याम जी और भीम के बीच रिश्ता?

अवतार

खाटू श्याम बाबा भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार कहलाते हैं.

मंदिर

सीकर जिले की खाटू नगरी में बाबा श्याम काा भव्य मंदिर स्थित है, जहां लाखों भक्त आते हैं.

मनोकामनाएं

कहा जाता है कि खाटू श्याम के दरबार में भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

कृपा

मान्यता है कि एक बार बाबा की कृपा हो जाएं तो इंसान फर्श से अर्श तक पहुंचा सकता है.

महाभारत

खाटू श्याम जी का संबंध महाभारत काल से जुड़ा हुआ है.

नाता

खाटू श्याम जी और पांडुपुत्र भीम के बीच गहरा नाता है.

भीम के पौत्र

खाटू श्याम जी का असली नाम बर्बरीक है, जो भीम के पौत्र थे.

शक्ति और क्षमता

कथाओं के अनुसार, खाटू श्याम बाबा की शक्ति और क्षमता को देख श्रीकृष्ण ने उन्हें कलियुग में अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था.

भीम और हिडिम्बा

महाभारत के अनुसार, जब वनवास के दौरान पांडव अपनी जान बचाते हुए भटक रहे थे, तब भीम हिडिम्बा से मिले थे.

घटोत्कच और मौरवी का बेटा

हिडिम्बा और भीम को एक पुत्र हुआ, जिसका नाम घटोत्कच था. वहीं, घटोत्कच और मौरवी का बेटा बर्बरीक था.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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