एक तंदूरी रोटी में लगभग 110 से 150 कैलोरी होती है. कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी का परसंटेज बहुत ज्यादा होता है.
रिसर्च में कहा गया है कि कोयले, लकड़ूी या चारकोल में बनाए हुए खाने से एयर पॉल्यूशन तो फैलता ही है. साथ ही हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा भी बढ़ जाता है.
मैदा ग्लूटेन का स्त्रोत है, यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे सीलिएक रोग या IBS जैसी कई पाचन संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं.
मैदा और कुछ नहीं, बल्कि प्रोसेस्ड और पॉलिश्ड गेहूं होता है. इसे आगे बेंजोयल पेरोक्साइड के साथ ब्लीच किया जाता है, जो आटे को एक क्लीन व्हाइट कलर और चिकनी बनावट देता है.
तंदूर की रोटी में इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा बॉडी में शुगर लेवल को भी बढ़ा देता है. क्योकि इसमे ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता हैं
मैदा को रूटीन में खाने से कई बीमारी जैसे कि आईबीएस ,कॉन्सटिपेशन, पाचन संबंधी समस्याएं , ट्राइग्लिसराइड्स , कोलेस्ट्रॉल का रिस्क बढ़ जाता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, तंदूरी रोटी आपके वेट गेन के लिए जिम्मेदार है. मैदा आंत में सूजन को बढ़ावा देती है, और वजन अपने आप बढ़ने लगता है.
आए दिन तंदूरी रोटी खाने से व्यक्ति स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंजाइटी का शिकार हो सकता है. इसके अलावा कई मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम का रिस्क भी बढ़ सकता है.
हार्ट डिसीज वालो के लिए मैदा से बनी तंदूरी रोटी बेहद घातक साबित हो सकती है.
मैदा का सेवन करने से हड्डियां तेजी से कमजोर होती है क्योंकि मैदा आपकी हड्डियों से कैल्शियम को कम कर देता है.