अहोई अष्टमी व्रत में भूलकर भी न करें ये 5 गलती, संतान पर पड़ेगा बुरा असर

अहोई अष्टमी

हिंदू त्योहारों में अहोई अष्टमी एक बड़ा त्योहार माना जाता है. अहोई अष्टमी एक पर माएं बच्चों की तरक्की और दीर्घायु के लिए देवी अहोई या अहोई माता का आशीर्वाद पाने के लिए मनाया जाता है.

माताएं बच्चों के लिए रखती हैं निर्जला व्रत

हर वर्ष यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है. इस दिन माताएं अपने बच्चों के दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती इस दिन माएं बच्चों के लिए दिन भर व्रत रखती हैं, शाम को तारों को देखने के बाद व्रत खोलती हैं.

भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा

अहोई अष्टमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष अहोई अष्टमी व्रत 5 नवंबर 2023 (Ahoi Ashtami 2023 Date) के दिन रखा जाएगा.

भूलकर भी न करें ये काम

आइए जानते हैं कि अहोई अष्टमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए.

निर्जला व्रत

अहोई अष्टमी के दिन व्रत करने वाली महिलाओं को बहुत नियम मानने होते हैं. महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं.

धारदार वस्तुएं

व्रत करने वाली महिलाए इस दिन धारदार वस्तुओं का प्रयोग करने से बचें. इस दिन सुई या किसी भी नुकीली वस्तु का इस्तेमाल नहीं करें.

नहीं सोएं

व्रती महिलाओं को दिन के समय सोना नहीं चाहिए. इस दिन माता का ध्यान करने से व्रत का पूरा फल मिलता है.

धातु का ध्यान

तारों को अर्घ्य देते समय धातु का ध्यान जरूर रखें. इस दिन स्टील से बने लोटे का इस्तेमाल करें. तांबे का इस्तेमाल वर्जित है.

अच्छे विचार

इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं पूरे दिन अच्छे विचारों को मन में लाएं.

Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

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