कलौंजी का इंफ्लेमेटरी गुण अस्थमा में फायदेमंद होता हैं. आधा चम्मच कलौंजी का तेल ले और एक चम्मच शहद, एक कप गर्म पानी में मिक्स कर सेवन करें.
कलौंजी का तेल और शहद मिलाकर एक बार नाश्ते से पहले और एक बार रात के खाने के बाद पी ले. अच्छे रिजल्ट के 40 दिन तक पीने के बाद मिलेंगे.
शहद अस्थमा के लक्षणों को कम कर सकता है और नींद में भी बेहतर करता है. पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर इसे धीरे-धीरे पीते जाएं.
सोने से पहले एक और चम्मच शहद और दालचीनी पाउडर को मिक्सकर इसका सेवन करें. इस तरह के पानी को दिन में तीन बार पी सकते हैं.
अस्थमा की समस्या में हल्दी का पानी पीना अच्छा होता है. 10-14 दिनों तक ऐसा पीने दिन में तीन बार पीने से लाभ होता है.
हल्दी में करक्यूमिन होता जो अस्थमा से राहत दिलाने वाली ऐड-ऑन थेरेपी के रूप में लाभकारी होता है.
लहसुन फेफड़ों में जमाव को साफ कर सकता है और अस्थमा के लक्षणों से राहत दे सकता है. लहसुन की कलियों को दूध में उबालकर सेवन करें.
ताजा अदरक को कद्दूकस करें और गर्म पानी में डाल दें, पांच से सात मिनट बाद इसे छानकर शहद मिलाएं. इस हर्बल चाय को पी लें. अस्थमा के लिए ये घरेलू उपचार है.