अक्षय तृतीया पर पूरे विधि विधान से कुबेर देव की पूजा करें. उन्हें रोली, चंदन, अक्षत्, दूर्वा के साथ ही कमलगट्टा, इत्र, लौंग, इलायची, फल, फूल आदि अर्पित करें.
पूजा के समय ही कुबेर चालीसा का पाठ पूरे मन से करें. मान्यता है कि ऐसा करने से धन के भंडार कभी भी खाली नहीं होते.
धन प्राप्ति की इच्छा है तो अक्षय तृतीया पर कुबेर यंत्र की जरूर पूजा करें, फिर तिजोरी में इसे स्थापित कर लें. माना जाता है कि ऐसा करने से धन कभी घटता.
अक्षय तृतीया पर जौ लाकर पूजा में चढ़ाएं. साथ ही कुबेर मंत्र का पूरे मन से जाप करें इससे पद, प्रतिष्ठा, सौभाग्य की असीम प्राप्ति होती है.
कुबेर देवता के इस मंत्र का अक्षय तृतीया पर पूजा के समय 108 बार जाप करें. मंत्र है- ओम श्रीं ओम ह्रीं श्रीं ओम ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:
अक्षय तृतीया पर पूजा के समय इस मंत्र का भी जाप करें. - ॐ श्रीं श्रियै नम:।। (Akshaya Tritiya money Upay)
अक्षय तृतीया पर पूजा के समय इस मंत्र का भी जाप करें. - ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं श्रियै नम:।।
अक्षय तृतीया पर पूजा के समय इस मंत्र का भी जाप करें. - ॐ कमल वासिन्यै श्रीं श्रियै नम:।।
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले अपने विशेषज्ञ की सलाह ले लें. ये सभी एआई से निकाले गए हैं, इन्हें वास्तिक चित्र न माना जाए. यह एक अनुमान है. ये सभी तस्वीरें काल्पनिक हैं, इसकी सत्यता की पुष्टी हम नहीं करते हैं.