यहां है एशिया की सबसे बड़ी झील, पाताल जैसी गहराई की कोई थाह नहीं ले पाया

Pooja Singh
Nov 16, 2024

मानव निर्मित झील

टिहरी झील एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है. इसकी यही खासियत दुनिया को हैरान करती है. इसका निर्माण टिहरी बांध बनाकर किया गया.

भागीरथी नदी

टिहरी बांध एक चट्टान और मिट्टी से भरा तटबंध बांध है, जो उत्तराखंड में टिहरी गढ़वाल जिले के न्यू टिहरी में भागीरथी नदी पर बना है.

टिहरी बांध

टिहरी बांध भारत का सबसे ऊंचा बांध है. इसकी ऊंचाई 260.5 मीटर (855 फ़ुट) है. इसकी लंबाई 1,886 फ़ुट (575 मीटर) है.

सबसे बड़ा बांध

टिहरी बांध दुनिया का आठवां सबसे बड़ा बांध है. ये भागीरथी नदी पर बना है. इसका शिखर 66 फ़ुट (20 मीटर) चौड़ा है.

कब हुआ निर्माण?

1972 में टिहरी बांध के निर्माण को मंजूरी मिली थी. जबकि, टिहरी बांध का निर्माण 1978 में शुरू हुआ था और 2006 में पूरा हुआ.

पत्थर और मिट्टी

टिहरी बांध की दीवार को पूरी तरह पत्थर और मिट्टी से भरकर बनाया गया. इस बांध में भागीरथी और भिलंगना नदी का पानी इकट्ठा होता है.

बांध का आधार

इस बांध का आधार 3,071 फुट (1,128 मीटर) चौड़ा है. इसका जलाशय 3,200,000 एकड़ फ़ुट (4.0 घन किलोमीटर) है.

सतही क्षेत्रफल

इसका सतही क्षेत्रफल 20 वर्ग मील (52 किमी2) है. इसकी स्थापित जलविद्युत क्षमता 1,000 मेगावाट है. ये सिंचाई, नगरपालिका जल आपूर्ति, और बिजली पैदा करने के लिए बना है.

क्या है इंतजाम?

टिहरी जिला उच्च तीव्रता वाले भूकंप जोन का क्षेत्र है. ऐसे में नुकसान को रोकने के लिए टिहरी बांध को रॉकफिल बनाया गया है.

घूमने के लिए बेस्ट

टिहरी झील और बांध पर्यटकों को आकर्षित करता है. पर्यटक यहां प्राकृतिक सुंदरता को निहारने आते हैं. इसके साथ ही झील में वॉटर गेम्स का भी आनंद ले सकते हैं.

फ्लोटिंग हाउस

टिहरी डैम पर फ्लोटिंग हाउस बने हुए हैं. एक तरफ से भागीरथी और दूसरी तरफ गंगा और बीच में ये फ्लोटिंग हाउस तैरते रहते हैं. इके आस-पास दूर-दूर तक पहाड़ और खूबसूरत नजारे दिखाई देते हैं.

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