उत्तराखंड का वो खूबसूरत गांव, जहां काली और गोरी नदियों का है संगम

Subodh Anand Gargya
Nov 16, 2024

पिथौरागढ़ में बसा

जौलजीबी पिथौरागढ़ ज़िले में स्थित एक छोटी बस्ती और बाज़ार है.

जौलजीबी मेला

यहां लगने वाल मेला अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक मेला माना जाता है.

काली और गोरी नदियों का संगम

यहां काली और गोरी नदियों का संगम है. यह नेपाल की सीमा पर स्थित है.

मेले की शुरुआत हुई

हर साल की तरह इस बार भी अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी मेले की शुरुआत हो चुकी है.

तिब्बत से भी नाता

1962 से पहले तिब्बत के लोग भी इस मेले में शिरकत करने पहुंचते थे.

सीएम ने किया उद्घाटन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बार अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी मेले का उद्घाटन किया.

1871 में हुई शुरुआत

जौलजीबी मेला करीब एक महीने तक लगता है. इसकी शुरुआत 1871 में एक धार्मिक मेले के तौर पर हुई थी.

ज्वालेश्वर महादेव मंदिर

यहां अस्कोट रियासत के राजा पुष्कर पाल ने ज्वालेश्वर महादेव मंदिर बनवाया था.

पंडित नेहरू से नाता

1974 के बाद से पंडित नेहरू के जन्मदिन पर यहां मेला आयोजित किया जाता रहा है.

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