पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 5वीं पुण्यतिथि है.
इस मौके पर हम लाए हैं अटल जी के प्रेरक विचार, जो आपके जीवन जीने का नजरिए बदल देंगे.
मेरे प्रभु, मुझे इतनी ऊंचाई मत देना, गैरों को गले न लगा सकूं, इतनी रुखाई कभी मत देना.
सच्चाई को इस डर के लिए छुपाया नहीं जा सकता है कि कोई इसका फायदा उठाएगा.
हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा.
क्यों न मैं क्षण क्षण को जिऊं? कण-कण में बिखरे सौन्दर्य को पिऊं?
मौत की उम्र क्या है? दो पल भी नहीं जिंदगी सिलसिला आजकल का नहीं.
होने ना होने का क्रम इसी तरह चलता रहेगा, हम हैं, हम रहेंगे ये भ्रम भी सदा पलता रहेगा.
जीत और हार जीवन का एक हिस्सा है, जिसे समानता के साथ देखा जाना चाहिए.
जीवन को टुकड़ों में नहीं बांटा जा सकता, उसका ‘पूर्णता’ में ही विचार किया जाना चाहिए.
मेरे पास न तो दादा की दौलत है और न ही पिता की संपत्ति, मेरे पास सिर्फ मेरी मां का आशीर्वाद है, जो इन सबसे बहुत बड़ा है.