बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री महिलाओं को लेकर ऐसा सोचते हैं...
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री रोजाना सुर्ख़ियों में बने राहते हैं. कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री देश ही नही बल्कि दुनिया में राम कथा करने जाते है. साथ ही वह दिव्य दरबार भी लगाते हैं.
दिव्य दरबार के दौरान धीरेंद्र शास्त्री लोगों की अर्जी सुनते हैं और उनकी समस्या के बारे में पर्चे पर लिखकर बताते हैं. कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बार में पूरे देश में चर्चा है और बड़े-बड़े लोग उसके दीदार और दर्शन को बेताब रहते हैं
बागेश्वर बाबा अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. अब वह एमपी, गुजरात, महाराष्ट्र और यूपी सहित पूरे देश में प्रवचन देने जाते हैं.
बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री अपने एक बयान को लेकर आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं. आज सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो शेयर किया जा रहा है.
इसमें वह प्रवचन के दौरान कहते हैं कि 'किसी स्त्री की शादी हो गई हो तो उसकी दो पहचान होती है. मांग का सिंदूर, गले में मंगलसूत्र. अच्छा, मान लो मांग का सिंदूर न भरा हो, गले में मंगलसूत्र न हो तो हम लोग क्या समझते हैं कि भाई ये प्लॉट अभी खाली है.'
बागेश्वर बाबा आगे कहते हैं कि 'और मांग का सिंदूर भर गया हो. गले में मंगलसूत्र लटक गया हो तो हम लोग दूर से ही देखकर समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई है.
इससे आगे वो कहते हैं कि 'डॉग दो प्रकार के होते हैं- एक होता है पालतू, दूसरा होता है फालतू. पालतू के गले में पट्टा होता है उसी प्रकार जो राम जी का पालतू हो जाता है उसके गले में कंठी-माला होती है. '
इस वीडियो को लेकर लोग सोशल मीडिया पर कई बातें लिख रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि ऐसी बातें करने वाले न तो संत हो सकते हैं और ना ही कथावाचक. कई महिलाओं ने बाबा के इस बयान पर गुस्सा जाहिर किया है.