वैसे तो यूपी में कई अनोखे गांव हैं, लेकिन एक ऐसा भी गांव है जहां रहने वाले हर इंसान के नाम में राम या कृष्ण है.
बागपत के इस गांव का नाम है इदरीशपुर. चाहे महिला हो या पुरुष, यहां हर इंसान के नाम में राम या कृष्ण शामिल होता है.
इस गांव के लोग रोजाना भक्ति में डूबे रहते हैं. भक्ति का ही असर है कि पूरे गांव में कोई मांस तक नहीं खाता. आइए जानते हैं इस खास अनोखे गांव के बारे में.
घरों में रोजाना प्रभु की आरती की जाती है. घंटों पूरा गांव प्रभु के लिए भजन किर्तन करता है. इस गांव में 15 से ज्यादा कुटियां हैं.
इदरीशपुर गांव के जो कुटिया बनी हुई है, वहां हर हफ्ते रामचरितमानस का पाठ और अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं.
ग्रामीणों की माने तो इदरीशपुर भगवान राम की नगरी है. ये गांव प्राचीन समय से ही बड़े और सिद्ध संतों का निवास स्थान रहा है.
संतों की प्रेरणा से यहां ग्रामीणों में प्रभु के प्रति इतना लगाव हो गया. जिसके चलते पूरे गांव में कोई भी व्यक्ति मांस-मदिरा का सेवन नहीं करता है.
बड़े-बड़े संत इस गांव में रहकर लोगों को भक्ति के प्रति जागरूक करते रहे हैं. लोगों में भगवान राम और भगवान श्री कृष्ण के प्रति बड़ी आस्था है.
सभी के नाम प्रभु के नाम पर रखा गया है. बच्चों को शुरू से ही भक्ति के संस्कार दिए जाते हैं, जिससे यह गांव भगवान श्री कृष्ण, भगवान श्री राम का गांव कहा जाता है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का Zeeupuk हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.