बहराइच में घूमने की बेस्ट जगहों में राजकीय इंदिरा उद्यान आता है. ऐसे में अगर मौसम अच्छा है तो आप यहां पर कुछ समय शांति से बिता सकते हैं. हर तरफ फूल-पौधे मन को बहुत सुकून देते है.
शहर का इकलौता पार्क इंदिरा उद्यान बहराइच शहर के हर आम और खास पसंदीदा पिकनीक स्पॉट बन गया है. यहां सुबह-शाम शहरवासी घूमने के लिए आतो है. इनकी संख्या हर दिन एक हजार से ज्यादा होती है. जिसमें युवा, वृद्ध, महिलाए और बच्चे शामिल होते है.
यह बहराइच के मुख्या शहर से 70 किमी की दूरी पर नेपाल सीमा से सटे बलई गांव में स्थित है. यहां पर आकर आपको हरे-भरे पौधे और खूबसूरत जंगल देखने को मिलेंगे.
ककहरा इको पर्यटन तक पहुंचने के लिए आप रोड के जरिए पहुंच सकते है. यह जगह दोस्त, सगे- संबंधियों को साथ अच्छा समय बिताने के लिए बेस्ट पिकनिक स्पॉट है.
बहराइच में संघारण महाकाली मंदिर घूमने की फेमस जगहों में शामिल है. काली माता का ये मंदिर बहराइच में दीघही चौराहे के डिगिहा तिराहा के निकट स्थित मां संहारणी देवी मंदिर की स्थापना ग्यारह सौ साल पहले हुई थी.
मारी माता मंदिर बहराइच के प्रमुख मंदिरों में से एक है. और यह मंदिर बहराइच में स्थित बहुत ही प्राचीन मंदिर है. मरी माता बहराइच लखनऊ हाईवे सड़क पर सरयू नदी के किनारे पर है.
आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा. लोगों की इस मंदिर के प्रति मान्यता है कि मरी माता मंदिर के दर्शन करने से उनकी इच्छाएं पूरी होती है. साथ ही यहां पर आपको देवों के देव महादेव का और भगवान हनुमान का मंदिर भी दर्शन करने के लिए मिलेगा.
राजा की कोठी बहराइच के मुख्य पर्यटन स्थलों में कुछ साल पहले शामिल थी. आज से लगभग 150 साल पहले नानपारा के मुहल्ला किला में राजा जंगबहादुर ने रियासती इमामबाड़े का निर्माण मुहर्रम के लिए करवाया था.
कर्तनियाघाट वन्यजीव अभयारण्य बहराइच में घूमने की बेस्ट जगहों में से एक है. यह जगह भारत और नेपाल के बॉर्डर पर स्थित है. यहां हरियाली से घिरा हुआ माहौल आपको बहुत सुंदर लगेगा.
कर्तनियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में आपको गिरवा नदी का भव्य मनोरम दृश्य देखने को मिलता है. इसके साथ ही यहां पर आप बोट राइड भी कर सकते हैं.
यहां पर आपको कई सारे खतरनाक जानवर भी दिख जाते हैं जैसे- मगरमच्छ घड़ियाल. इसलिए यहां काफी सतर्कता से टहलना चाहिए.
ये चित्तौरा झील का तट का वही स्थान है जहां महर्षि अष्टावक्र ने निवास किया था.