आशा भोंसले के गाने 'झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में' ... गाने से हुआ मशहूर बरेली का झुमका बाजार
विश्व पटल पर बरेली को इसी झुमकों के बाजार ने सबसे पहले उभारा है और बरेली को एक अलग पहचान दिलाई
बरेली के सुरमे की मांग अब शहर के साथ पूरे देश में हो रही है. शायद यही वजह है कि अब फिल्मी जगत के सितारे भी सुरमे का इस्तेमाल करते हैं.
सुरमा आम काजल की तरह केमिकल युक्त नहीं होता है और आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसी लिए सुरमे की मांग आज कल बढ़ रही है.
बरेली के बांस के बाजार में एक से बढ़कर एक बांस के बने फर्नीचर मिलते हैं. हालांकि समय के साथ बांस के उत्पादों की डिमांड में आई है कमी. लेकिन शौकीन लोग करते हैं खूब खरीदारी.
आज भी बांस के बने फर्नीचर आते हैं शौकीनों के घर पर नजर. बांस के प्रोडक्ट्स की होती है टूरिस्ट प्लेसेज पर ज्यादा डिमांड.
कहा जाता है की बरेली के पतंग बाजार का मांझा का कोई भी तोड़ नहीं होता है. एक समय यहां सबसे बड़ा पतंग और मांझा बाजार था.
देशभर के पतंग महोत्सवों में यहां की पतंग और मांझा शान होता था. लेकिन समय के साथ इसका अस्तित्व सिमटता गया.
यहां के ज़री बाजार के उत्पाद विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हैं. यहां पर बने हुए ज़री वाले लहंगे बहुत सुंदर और महंगे होते हैं.
बेहतरीन कारीगरों द्वारा महीने भर में एक लहंगे को तैयार किया जाता है. जिसे देखते ही ग्राहक इसे खरीदने के लिए आतुर हो जाते हैं.