प्रकृति का गोद में बसा रानीखेत दिल्ली से केवल 376 किलोमीटर दूर, यहां के घने जंगल, चिड़ और देवदार के वृक्ष, नदियां झीलें और वादियां किसी का भी मन मोह सकते हैं.
टूरिस्ट यहां घूमने के साथ ही ट्रैकिंग-कैंपिंग और एडवेंचर एक्टिविटी का लुत्फ उठा सकते हैं. अगर आपको भागदौड़ और व्यस्त जीवनशैली से दूर दो पल सुकूं के बिताने हैं, तो रानीखेत हिल स्टेशन परफेक्ट है.
रानीखेत से 7 किलोमीटर दूर झूलादेवी मंदिर एक प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर है. अगर आप रानीखेत जा रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन कर मां का आशीर्वाद जरूर लें.
अगर आप प्रकृति की खूबसूरती और सुकून के साथ आध्यात्मिक सुख लेना चाहते हैं तो बिनसर महादेव मंदिर एक शानदार विकल्प है यह रानीखेत से 19 किलोमीटर दूर है.
चिलियानौला रानीखेत से महज 4 किलोमीटर दूर है. यहां पर प्रसिद्ध हेड़ाखान बाबा का भव्य मंदिर है. इस मंदिर में सभी देवी-देवताओं की बेहद सुंदर और कलात्मक मूर्तियां देखने लायक हैं
रानीखेत के पास स्थित ताड़ीखेत की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है. यहां के सीढ़ीदार हरे भरे खेत अलग ही सुंदरता का अनुभव कराते हैं.
रानीखेत का गोल्फ कोर्स अपने आप में किसी पर्यटक स्थल से कम नहीं है. रानीखेत से करीब 5 किलोमीटर दूर यह जगह सुबह की सैर के लिए शानदार है.
यह मंदिर भगवान शिव को अर्पित है जिसकी स्थापना प्रसिद्ध बाबा हेड़ाखान ने की थी. बताते हैं हेड़ाखान बाबा ने यहां बरसों तक तपस्या की थी.
रानीखेत से 10 किलोमीटर दूर चौबटिया गार्डन सेब के बागानों के लिए प्रसिद्ध है. इसके अलावा यहां खुबानी, बेर और आंडू की खेती भी देखी जा सकती है.
यह एक मानवनिर्मित झील है जहां पर प्रकृति की गोद में वोटिंग का आनंद लिया जा सकता है. शाम को वोटिंग का यहां अलग ही आनंद है.
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