आयुर्वेद में कई एसी जड़ी बूटिया है जिनका उपयोग कई बीमारियों से निजाद पाने नें लाभदायक है.
विशेष रूप से उत्तराखण्ड में पाए जाने वाली इस औसधि का नाम भंगजीरा है. भंगजीरा का पहाड़ी इलाकों में काफी महत्व होता है
भंगजीरा पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है. इसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी पाया जाता है, जिन्हें स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी माना जाता है.
अगर आप भंगजीरा के तेल से शरीर की मालिश करेंगे तो भंगजीरा का तेल डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने में असरदार साबित हो सकता है
भंगजीरा पेट के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है. भंगजीरा को डाइट में शामिल करने से गैस, कब्ज और एसिडिटी से आराम मिल सकता है.
साथ ही भंगजीरा खाने से कैंसर, हृदय रोगों से बचाव हो सकता है पर इनता जरूर याद रखें कि यह किसी भी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है.
भंगजीरा में पाया जाने वाला एंटीइंफ्लेमेटरी गुण शरीर या त्वचा की सूजन को भी कम कनरे में मदद कर सकता है
भंगजीरा के तेल की मालिस आपको जोड़ो के दर्द से मुक्ति दिला सकती है. इसका इस्तमाल काफी कारगर शाबित हो सकता है.
आप भंगजीरा के पत्तों की चटनी बनाकर, इसके अलावा आप भंगजीरा को अजवाइन की तरह पकौड़ों में भी डालकर और तेल का उपयोग शरीर की मालिश करके सकते है.