यूपी का खुर्जा अपने पॉटरी उद्योग के लिए ही देश ही नहीं विदेश में भी अपनी अलग पहचान रखता है. खुर्जा की क्रॉकरी के अलावा यहां पर जो सबसे ज्यादा फेमस है वो है खुर्जा की खुरचन.
खुर्जा उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में बुलंदशहर जिले में दिल्ली से करीब 48 किलोमीटर दूर है. यहां से सीधे दिल्ली, मेरठ, हरिद्वार, अलीगढ, खैर, आगरा, कानपुर आदि के लिए जा सकते हैं.
यहां पर 1914 में शुरू हुई खुर्जा की खुरचन की दुकान पर आज भी लोगों की भीड़ देखी जा सकती है. इसका स्वाद ऐसा है कि लोगों की जुबां पर चढ़ जाता है. खुरचन का कारोबार यहां पर करीब 100 साल पुराना है.
साल 1914 में एक दुकानदार शिवजी के द्वारा इसकी दुकान शुरू की गई थी. ऐसा कहा जाता है कि बुलंदशहर और आसपास के एरिया में दूध की मात्रा काफी होती थी, जिसके चलते उन्होंने दूध की ही अलग सी मिठाई बनाने के बारे में सोचा.
ये मिठाई खुर्जा की खास पहचान है. नोएडा, दिल्ली आदि में रहने वाले स्थानीय लोगों के रिश्तेदार भी खुरचन मंगवाना पसंद करते हैं. खुर्जा में इसकी बहुत सी दुकानें हैं. आसानी से आपको किसी भी मार्किट में मिल जाती है.
ताजा दूध की शुद्ध मलाई से ये खुरचन तैयार की जाती है. दूध की मलाई को बनाकर और सुखाकर लेयरों में तैयार किया जाता है.
खुर्जा की करीब 30 से ज्यादा दुकानों पर खुरचन बनाई जाती है. सामान्य दिनों में एक दुकान पर करीब 20 से 30 किग्रा खुरचन की बिक्री हो जाती है. त्योहारी सीजन में इसकी डिमांड काफी बढ़ जाती है.
यहां के कारीगरों ने करीब सौ साल पहले रबड़ी से एक नई मिठाई को जन्म दिया. उन्होंने रबड़ी की कई परतों को एक, दूसरे के ऊपर जमाकर एक मिठाई तैयार की, जिसका स्वाद लाजवाब था. इस मिठाई को नाम दिया गया खुरचन.
धीरे-धीरे खुरचन देश भर में मशहूर हो गई. कड़ाही में खुरचन का दूध उबालते समय बहुत कम चीनी डाली जाती है. जिसके चलते ये बहुत ज्यादा मीठी नहीं होती है.
कंगना रनौत ने खुर्जा की खुरचन का स्वाद चखा है. वह इस एरिया में साल 2022 में शूटिंग के लिए आईं थी.बताया जाता है कि खुर्जा की खुरचन खाकर कंगना रनौत उसके स्वाद की दीवानी हो गई.