आपने सुना होगा कि कई खास मौकों पर घर में चावल नहीं बनते हैं. शास्त्रों के मुताबिक कई ऐसी तिथियां हैं, जिन पर रोटी बनाना शुभ नहीं माना जाता है.
इसका पालन नहीं करने पर मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं. आइए जानते हैं कब-कब रोटी नहीं बनानी चाहिए.
दिवाली के दिन घर में तवा नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसे करने पर मां लक्ष्मी रुष्ट हो स कती हैं. इस दिन स्वादिष्ट पकवान बनाने का चलन है.
शरद पूर्णिमा पर रोटी नहीं खानी चाहिए. मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था.
घर में किसी की मृत्यु हो जाने पर रोटी नहीं बनानी चाहिए. ऐसा करने पर सुख-समृद्धि के अभाव का सामना करना पड़ सकता है.
शीतलाष्टमी पर भी रोटी नहीं बनानी चाहिए. इस दिन माता को बासी खाने का भोग लगाया जाता है. और इसे बचे खाने को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है.
नागपंचमी पर रोटी बनाना वर्जित माना जाता है. ऐसा करने पर मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं.
ये लेख सामान्य सूचनाओं और जानकारी पर आधारित है, जी मीडिया इस सटीकता-सत्यता की जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.