हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान विष्णु और धन की देवी देवी लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. यही कारण है कि लोग इस दिन कई प्रकार की धार्मिक विधियां करते है.
ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि को कोई भी शुभ कार्य किए जाए, तो उसका पूर्ण फल मिलता है.
इस साल चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल सुबह 03 बजकर 25 मिनट पर होगी. इसका समापन अगले दिन 24 अप्रैल सुबह 05 बजकर 18 मिनट पर होगा. उदया तिथि को देखते हुए चैत्र पूर्णिमा का व्रत और स्नान-दान 23 अप्रैल को होगा.
वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन स्नान- दान का भी विशेष महत्व है. आइए, जानते हैं कि इस दिन किन पांच चीजों का दान करना चाहिए.
चन्द्रमा की शुभ धातु चांदी मानी जाती है. चैत्र पूर्णिमा पर आप चाहें तो अपनी क्षमता के अनुसार चांदी का दान कर सकते हैं.
ये दोनों वस्तुएं भी चंद्रमा से संबंधित मानी जाती हैं. चैत्र पूर्णिमा पर स्नान के बाद आप दूध, दही, शंख आदि का दान कर सकते हैं. चैत्र पूर्णिमा के दिन दूध और दही का दान करने से चंद्रमा मजबूत होता है.
चैत्र पूर्णिमा के दिन आप सफेद कपड़ों को ब्राह्म्ण और गरीबों को दान कर सकते हैं. अगर आप चैत्र पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्र का दान करते हैं तो आपकी कुंडली में चंद्रमा के दोष दूर हो जाएंगे.
चैत्र पूर्णिमा के दिन पवित्र स्नान करने के बाद आप चावल का दान कर सकते हैं. आप इस दिन दूध, चावल और चीनी से बनी खीर भी दान कर सकते हैं.
चैत्र पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा करते समय सफेद फूलों का प्रयोग करें. आप इस दिन सफेद फूलों का दान भी कर सकते हैं.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.