यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
चकोतरा फल डाइबिटीज़ में फायदा करता है. इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है.
चकोतरा में प्राकृतिक रूप से किनीन होता है, जो मलेरिया बुखार में बहुत लाभदायक होता है.
चकोतरा में विटामिन ए और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी होते हैं. ये हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाता है.
चकोतरा में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत करता है और ये गठिया रोग से छुटकारा भी दिला सकता है.
चकोतरा एंटीऑक्सिडेंट का एक भरपूर स्रोत है जैसे कि विटामिन सी. विशेषज्ञों के अनुसार ये एंटीऑक्सीडेंट उन फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद कर सकते हैं जो कैंसर को जन्म देते हैं.
ग्रेपफ्रूट का कसीला स्वाद नारींजीन के कारण होता है जो एक प्रकार का फ्लैवोनॉइड है और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है. ये आसानी से पेट में पच जाता है शरीर की पाचन क्रिया को ठीक रखने में मदद करता है.
एसिडिटी से बचने के लिए चकोतरे का रस पीना चाहिए. ये रस डाइजेशन के लिए इंटेस्टाइन में एक एल्कलाइन बनाता है.
चकोतरा में फाइबर, पोटेशियम, लाइकोपीन, विटामिन सी और कोलीन का कॉम्बिनेशन हृदय स्वास्थ्य में सहायता कर सकता है. एक रिसर्च के अनुसार पोटेशियम का सेवन अपने आहार में बढ़ाना चाहिए और खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा को कम करना लाभदायक होता है.
चकोतरा किडनी के स्टोन में भी लाभ पहुंचाता है. किडनी स्टोन की समस्या किसी को भी हो सकती है. किडनी में मैल जमा होने की वजह से स्टोन हो जाता है. ये मैल किडनी से फिल्टर होकर यूरिन के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाता है.