देश में सूर्य भगवान के कई मंदिर हैं और छठ का पर्व तो अब लगभग पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
ऐसे में आपको शायद ये जानकर काफी हैरानी होगी कि इस्लाम धर्म मानने वाले मुगल बादशाह ने भी छठ व्रत रखा था.
मुगलों के सबसे क्रूर माने जाने वाले शासक औरंगजेब ने अपने शासनकाल में कई मूर्तियां तोड़ीं और मंदिरों को नष्ट किया था.
औरंगाबाद के देव स्थित सूर्य मंदिर ध्वस्त करने की योजना औरंगजेब ने बनाई थी, लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाया.
कहा जाता है कि देव मंदिर तोड़ने के लिए जब औरंगजेब पहुंचा तो वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने उसका विरोध किया था.
इसके बाद औरंगजेब ने कहा कि अगर देवताओं में इतनी शक्ति है तो मंदिर का प्रवेश द्वार पूरब से पश्चिम की ओर हो जाएगा.
यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि अगली सुबह वाकई मंदिर का प्रवेश द्वार पश्चिम की ओर हो गया. आज भी यहां छठ पर्व पर दूर-दूर से लोग आते हैं.
कहा जाता है कि इस घटना ने औरंगजेब के मन पर गहरा प्रभाव डाला था. कुछ लोग कहते हैं कि खुद औरंगजेब ने भी छठ किया था.
औरंगजेब के छठ करने का ऐतिहासिक तौर पर कोई प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन पूर्वांचल में इस त्योहार में सभी समुदाय के लोग बड़े ही उत्साह से इस महापर्व में शामिल होते हैं.
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