ट्रेन की तरह मेट्रो ट्रैक पर क्यों नहीं बिछाए जाते पत्थर, ज्यादातर नहीं जानते वजह

Shailjakant Mishra
Nov 05, 2024

रेलवे ट्रैक

रेलवे की तरह मेट्रो ट्रैक पर पत्थर क्यों नहीं पड़े होते हैं

पटरियों के बीच पत्थर

ट्रेन से आपने खूब सफर किया होगा. आपकी निगाहें पटरियों पर भी गई होंगी.

क्या वजह

देखा होगा कि ट्रेन की पटरियों के बीच नुकीले पत्थर पड़े होते हैं.

मेट्रो ट्रैक पर क्यों नहीं

लेकिन मेट्रो के ट्रैक पर ऐसा नहीं होता. आखिर इसकी क्या वजह है. आइए जानते हैं.

बैलेस्ट

ट्रेन के पटरियों के बीच पड़े पत्थरों को बैलेस्ट कहा जाता है.

कम शोर

ये ट्रेन के शोर को कम करती हैं और बीच में पड़े स्लीपर को फैलने से रोकती हैं.

खास ध्यान

रेलवे को इनके रख-रखाव के लिए खास ध्यान रखना पड़ता है. कई बार रेलवे ट्रैक को ब्लॉक भी करना पड़ता है.

मेट्रो ट्रैक

वहीं मेट्रो ट्रैक ज्यादा व्यस्त होते हैं. इनको बार-बार ब्लॉक नहीं किया जा सकता है. इसीलिए इनको बिना बैलेस्ट के बनाया जाता है.

फिक्स किए जाते स्लीपर

कम दूरी पर ट्रैक पर कंक्रीट से स्लीपर फिक्स कर दिए जाते हैं और पत्थरों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.

पटरियों पर पत्थर क्यों

लेकिन हजारों किलोमीटर लंबी पटरियों को कंक्रीट से पाटना आसान नहीं है. इसलिए वहां पत्थर का इस्तेमाल होता है.

मेंटेनेंस में आसानी

इसके अलावा मेट्रो ट्रैक ऊंचे या अंडरग्राउंड होते हैं. जहां पत्थर डालने जैसे मेंटेनेंस करना मुश्किल काम है.

रख-रखाव आसान

मेट्रो ट्रैक बनाने में खर्च थोड़ा ज्यादा आता है लेकिन इनका रख-रखाव सुविधाजनक रहता है.

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