हिल स्टेशन से कम नहीं यूपी का ये जिला, मंदिर-किले और खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा

Pradeep Kumar Raghav
Aug 31, 2024

कामदगिरी

यह धार्मिक महत्व की एक पहाड़ी, जिसे मूल चित्रकूट माना जाता है. माना जाता है यहीं भगवान राम और भरत का मिलाप हुआ था. यहीं भरत मिलाप मंदिर है

राम घाट

यह मंदाकिनी नदी के किनारे एक घाट है जहां भगवान राम, देवी सीता और भगवान लक्ष्मण के साथ संत गोस्वामी तुलसीदास साक्षात्कार हुआ था.

भरत मिलाप मंदिर

यहां भरत ने भगवान राम से वनवास के दौरान अयोध्या के सिंहासन पर लौटने का निवेदन किया था. भगवान राम और उनके भाइयों के पदचिन्ह चट्टानों पर आज भी देखे जा सकते हैं.

गणेश बाग

इस मंदिर को 19वीं शताब्दी में विनायक राज पेशवा ने बनवाया था. मिनी खुजराहो के नाम से मशहूर गणेश बाग मंदिर कर्वी-देवांगना रोड पर स्थित है.

हनुमान धारा

हनुमान धारा मंदिर एक विशाल चट्टान पर बना है जहां से चित्रकूट के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं. हैं. कहा जाता है हनुमान जी लंका में आग लगाकर लौटने के बाद यहीं पर भगवान राम के साथ ठहरे थे.

गुप्त गोदावरी

मान्यता है कि भगवान राम और लक्ष्मण अपने वनवास के दौरान यहां कुछ दिन रहे थे. गुप्त गोदावरी एक गुफा है, जिसमे दो पत्थर के सिंहासन हैं राम और लक्ष्मण के बताये जाते हैं.

सती अनुसूया आश्रम

पौराणिक कथा के अनुसार वनवास के समय भगवान राम और माता सीता इस आश्रम में सती अनुसूया के पास गए थे, यहां देवी देवताओं की अनेकों सुंदर मूर्तियां बनी हैं.

स्फटिक शिला

स्फटिक शिला एक छोटी सी चट्टान है, मान्यता है कि वनवास के समय माता सीता ने यहां बैठक श्रृंगार किया था. इस चट्टान में अभी भी राम के पैर की छाप है.

DISCLAIMER

लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है और मान्यताओं पर आधारित है, तस्वीरों के काल्पनिक चित्रण का ZEE UP/UK हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

VIEW ALL

Read Next Story