दांत में कीड़े लगने, दांत दर्द या दांतों के पीलेपन की समस्या से राहत पाने के लिए सरसों के तेल में नमक मिलाकर इससे दांतों को साफ करें. इससे दांतों पर पड़े धब्बे कम होंगे और दांतों की सफेदी भी बढ़ेगी.
आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों की वजह से महत्व पाने वाली नीम दांतों के लिए भी लाभकारी मानी जाती है. नीम की दातून का इस्तेमाल करने से दांतों में लगे बैक्टेरिया खत्म होते हैं.
एक केला, संतरा या नींबू का छिलका लें और इसे धीरे-धीरे अपने दांतों पर रगड़ें. करीब 2 मिनट तक इसे मलते रहें, फिर अच्छी तरह से अपना मुंह धो लें और अपने दांतों को ब्रश कर लें.
बबूल का दातून हर जगह मिल जाता है. आप चाहें तो महीने में एक या दो बार इसे आजमा सकते हैं.
NCBI पर छपे एक अध्ययन के मुताबिक बेकिंग सोडा दांतों की सतह से दाग हटाने में मदद करता है जबकि हाइड्रोजन पेरोक्साइड एक नैचुरल ब्लीचिंग एजेंट है जो बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है.
ऑयल पुलिंग भारत में दांतों को सफेद किया जाने वाला एक पारंपरिक उपाय है. इससे पूरे मुहं की तकलीफ दूर होती है.
ऑयल पुलिंग करने के लिए आपको अपने मुंह में तेल लेकर चारों तरफ घुमाना है. इसके लिए सूरजमुखी तेल, तिल का तेल नारियल तेल का इस्तेमाल करें.
इसका इस्तेमाल आपको बहुत सावधानी से करना है. ज्यादा इस्तेमाल करने पर यह उल्टा प्रभाव डाल सकता है. इसे जैतून के तेल में मिलाकर ही प्रयोग करें. सेब के सिरका और जैतून का तेल मिला लें.
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. ZeeUPUK इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.