वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूरज का जन्म करीब 4.6 अरब साल पहले हीलियम-हाइड्रोजन के आणविक बादलों से सूर्य का जन्म हुआ था.
एक रिपोर्ट कहती है कि करीब 4.5 अरब साल पहले हीलियम और हाइड्रोजन से बने एक आणविक बादल से सूरज के बनने की शुरुआत हुई थी.
इसे सोलर नेब्युला के तौर पर जाना जाता है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूर्य का तापमान 5,500 डिग्री सेल्सियस है. इसके कौर का तापमान 1.5 करोड़ सेल्सियस तक पहुंचता है. यह 100 अरब टन डायनामइट की गर्मी के बराबर है.
साइंटिस्टों के मुताबिक सूरज की कुल उम्र लगभग 10 अरब साल है. सूरज अपनी आधी उम्र गुजार चुका है.
सूरज का करीब 5 अरब साल बाद अंत हो जाएगा.
सूर्य से पृथ्वी पर जीवन है. इसकी वजह से मौसम, जलवायु और समुद्र की धारा तय होती है.
सूर्य नहीं होता तो धरती पर जीवन भी संभव नहीं हो पाएगा.
सूर्य खत्म होगा तो ये बहुत ज्यादा गर्म और चमकीला हो जाएगा.
सूर्य का अंत होने से पहले ही धरती पर भी जीवन का अंत हो जाएगा.
शोधकर्ताओं के अनुसार, धरती पर मानव, जीव-जंतु,पेड़-पौधे, वनस्पतियां सब नष्ट या खत्म हो जाएंगे.