Tulsi Mala: तुलसी की माला पहनने से कई तरह के लाभ मिलते हैं लेकिन इसे कैसे धारण करें इसके नियम जानना भी जरूरी है.
तुलसी दो तरह की हैं, एक रामा और दूसरी श्यामा तुलसी, इन धोनों के ही अपने अपने महत्व हैं.
तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति सात्विक भोजन करें और लहसुन और प्याज का कतई सेवन न करें.
तुलसी की माला धारण करने वाले लोग कतई मांस-मदिरा का सेवन न करें.
तुलसी की माला अगर धारण की हुई है तो उसे किसी भी स्थिति में न उतारें.
तुलसी की माला धारण करने से पहले अच्छे से उसे गंगाजल से धो लें. जब माला सूख जाए तो इसे पहन लें.
अगर व्यक्ति तुलसी की माला हाथों से बनाएं और फिर धारण करे को इससे बहुत लाभकारी मिलता है.
तुलसी की माला को धारण करने वाले लोग भगवान विष्णु के मंत्रों का हर दिन अवश्य जाप करें.
तुलसी की माला धार करने वाले व्यक्ति को कतई रुद्राक्ष की माला धारण नहीं करना चाहिए, इसके अशुभ फल प्राप्त हो सकते हैं.
अगर किसी वजह से गले में तुलसी की माला नहीं धारण कर सके हैं तो इसे दाएं हाथ में भी धारण किया जा सकता है.
नित्य क्रिया से पहले तुलसी की माला उतार दें और स्नान करने के बाद गंगाजल से धोकर दोबारा धारण करें.