कब है धनतेरस? इस उपाय से इतना धन बरसेगा कि संभाल नहीं पाएंगे
हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था. इसलिए इसे धनतेरस के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है.
भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है.
धनतेरस का त्यौहार हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाते हैं. धनतेरस को धन त्रयोदशी भी कहा जाता है.
हिंदू पंचांग के अनुसार 10 नवंबर शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से प्रारंभ होगी. यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर शनिवार को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट तक मान्य है. त्रयोदशी तिथि का प्रदोष काल 10 नवंबर को 05:30 पी एम से 08:08 PM तक है.
प्रदोष पूजा मुहूर्त को देखते हुए धनतेरस 10 नवंबर को मनाया जाएगा क्योंकि 11 नवंबर को त्रयोदशी तिथि में प्रदोष मुहूर्त नहीं है. 10 नवंबर 2023 को ही धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती होगी.
मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, कुबेर और गणेश जी की पूजा करने से धन, वैभव और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.
यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. ZEE News इसकी पुष्टि नहीं करता है.