गणपति और लक्ष्मी की मूर्ति बहुत शुभ है अगर आप अपने लिए खरीद रहे हों तो, लेकिन अगर आप किसी और को देने के लिए खरीद रहे हैं तो ये ऐसा है कि आप अपनी सुख और समृद्धि, धन और लक्ष्मी किसी और को दे रहे हैं.
शास्त्रों के मुताबिक, गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन इन्हें कभी भी एक साथ उपहार में नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज़ हो सकती हैं.
क्या आपने कभी ये नोटिस किया है कि कोई भी व्यक्ति किसी को भी भगवान गणेश या मां लक्ष्मी की मूर्ति तोहफे में नहीं देता.
भगवान गणेश को विद्या और बुद्धि का देवता माना गया है. ऐसा माना जाता है कि आप गजानन की प्रतिमा किसी को तोहफे के रूप में देते हैं तो आप अपनी विद्या और बुद्धि दूसरों को सौंप रहे है.
ठीक इसी प्रकार मां लक्ष्मी धन और वैभव की स्वामी मानी जाती हैं. धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि अगर आप माता लक्ष्मी की मूर्ति किसी को गिफ्ट करते है तो आप अपना धन और वैभव दूसरों को सौंप रहे है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता लक्ष्मी और भगवान गणेश ही नहीं बल्कि किसी भी देवता की मूर्ती किसी को भी उपहार में नहीं देनी चाहिए.
अगर आपको भगवान गणेश की मूर्ति दान करनी है तो आप किसी नवनिर्मित मंदिर मूर्ति की स्थापना करवा सकते है.
अगर हम किसी को उपहार या दान के रूप में किसी देवता की मूर्ति या तस्वीर देते हैं, तो इसका मतलब है कि हम अपने घर के देवता को दूर भेज रहे हैं.
चांदी के सिक्के जिन पर गणेश या माता लक्ष्मी की प्रतिमा बनी हुई है उनका दान नहीं करना चाहिए.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.