फूड डिलीवरी ऐप की शुरूआत भारत में साल 2008 में हुई थी.
लेकिन समय के साथ इन कंपनियों ने खाना डिलीवर करने के साथ-साथ घर का सामान भी डिलीवर करना शुरू कर दिया है.
तो आइए जानते हैं कि डिलीवरी पार्टनर्स को कितनी सैलरी मिलती है.
भारत में डिलीवरी पार्टनर्स औसतन 22,869 रुपये प्रति माह कमाते हैं.
इसके साथ ही कुछ कंपनियां अपने यहां काम करने वालों पार्टनर्स को 10 लाख तक का दुर्घटना बीमा, जीवन बीमा और मेडिकल इंश्योरेंस तक देती हैं.
कुछ कंपनियां अपना यहां काम करने वाले डिलीवरी पार्टनर्स की मौत की स्थिति में 10 लाख रुपये उनके परिजनों को देती हैं.
इसके साथ ही कुछ कंपनियां अपनी महिला डिलीवरी पार्टनर्स को दो पेड लीव की सुविधा भी देती हैं.
भारत में कुछ कंपनियां तो अपने कर्मचारियों तो 5000 रुपये तक का मोबाइल इंश्योरेंस कवर तक देती हैं.
सरकार ने ऐसे सभी गिग वर्कर्स के लिए बजट में अलग से पीएफ देने के लिए प्रावधान किए हैं.
मई 2023 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 3.26 करोड़ फूड डिलीवरी ऐप यूज करने वाले यूजर्स हैं. जिसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
NACR के मुताबिक भारत में कुल 18-20 लाख डिलीवरी पार्टनर्स हैं.