उत्तर प्रदेश 75 जिलों के साथ भारत के बड़े राज्यों में शुमार है. वहीं यहां बहने वाली कुल नदियों की बात करें, तो यहां करीब 30 नदियों का प्रवाह होता है.
उत्तर प्रदेश में बहने वाली गंगा नदी सबसे प्रमुख नदियों में से एक है. गंगा नदी उत्तर प्रदेश के 28 ज़िलों से होकर बहती है.
क्या आप जानते हैं कि यूपी के किस जिले से सबसे ज्यादा नदियां बहती है. नहीं तो आइए जानते हैं.
यूपी में एक जिला है जहां पर सबसे ज्यादा नदियां बहकर निकलती हैं. हम बात कर रहे हैं गाजीपुर की. पहले इसके बारे में जान लेते हैं फिर नदियों के बारे में...
गाज़ीपुर का इतिहास वैदिक काल से जुड़ा हुआ है. इस इलाके में कई संतों के आश्रम थे. कहा जाता है कि महर्षि परशुराम के पिता जमदग्नि यहीं रहते थे.
गाज़ीपुर, सल्तनत काल और मुगल काल में एक प्रमुख शहर था. यह सम्राटों और उनकी सेना के लिए एक मुख्य पड़ाव था.
गाज़ीपुर का प्राचीन नाम गाधिपुर था. इसे राजर्षि विश्वामित्र के पिता राजा गाधी ने बसाया था.
इतिहासकारों के मुताबिक गाजीपुर का नाम सैय्यद मसूद गाजी के नाम पर रखा गया है. सैय्यद मसूद गाजी ने 1330 ईस्वी में इस शहर की स्थापना की थी.
1818 में एक अलग जिला गठित किया गया था. गाजीपुर जिले में कुल 3385 गांव हैं. यहाँ की स्थानीय भाषा भोजपुरी एवं हिंदी है.
गहमर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का एक गाँव है. यह गाँव भारत का सबसे बड़ा गाँव है. यह एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा गांव है.
गाज़ीपुर, गंगा नदी के किनारे बसा है. यहां कई सुंदर घाट हैं, जैसे महादेव घाट, दादरी घाट, कलेक्टर घाट, मस्सल घाट, चितनाथ घाट और पोस्टा घाट. गाज़ीपुर में पौहरी बाबा का एक मठ है.
गाज़ीपुर में स्थापित 'गवर्नमेंट ओपियम एंड अल्कालॉयड वर्क्स' एशिया की सबसे बड़ी ओपियम फैक्टरी है. ये जिला गुलाब जल के उत्पादन के लिए भी जाना जाता है. भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड कॉर्नवालिस की कब्र के लिए भी प्रसिद्ध है
गाजीपुर से बहने वाली मुख्य नदियां गंगा, गोमती, गंगी, बेसन, मगई, भैसई, टोंस और कर्मनाशा हैं.
गंगा नदी 90 किमी,गोमती 30 किमी, गंगी 50 किमी, बेसन 95 किमी, मगई 25 किमी, भैसई 30 किमी और टोंस नदी 20 किमी की यात्रा करती है. जिले में गंगा और गोमती उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की ओर बहती है.
यूपी के जालौन जिले में दुनिया का इकलौता स्थान है जहां पांच नदियों का संगम है. पचनद के नाम से जाना जाता है
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.